जब शुबमन गिल, कप्तान भारत क्रिकेट टीम ने एमबीसी सिटी ग्राउंड, अहमदाबाद में वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ शानदार जीत हासिल की, तो ICC के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 की WTC अंक तालिका में भारत की स्थिति में बड़ा उछाल आया। टीम ने पहली टेस्ट को तीन दिन में एक पावती 140 रनों से जीत कर 40 अंक जुटाए और अपनी पॉइंट्स प्रतिशत 46.66 % से बढ़ाकर 55.56 % कर दी। यह जीत, जो 4 अक्टूबर 2025 को समाप्त हुई, ने भारत को तीसरे स्थान पर स्थापित किया, जबकि ऑस्ट्रेलिया 100 % पर अग्रसर है।
यह चक्र, जो 17 जून 2025 को स्रिलंक में बांग्लादेश के बीच शुरुआती टेस्ट से शुरू हुआ, कुल 27 सीरीज़ और 71 मैचों से मिलकर बना है। प्रत्येक टीम को छह सीरीज़—तीन गृह और तीन विदेश—खेलनी होती है, जिसमें दो से पाँच टेस्ट शामिल हो सकते हैं। अंक प्रणाली पहले के संस्करण जैसी ही है: जीत पर 12 अंक, ड्रॉ पर प्रत्येक टीम को 4‑4 अंक, और एक ओवर रेट कमी के लिये एक अंक का जुर्माना। दो‑वर्ष की इस लीग के अंत में शीर्ष दो टीमें लंदन के लॉर्ड्स में आयोजित फ़ाइनल में जगह जीतेंगी।
गिल के नेतृत्व में भारत ने केवल 178 रन पर प्रतिपक्ष को दोनो innings में उलटा, जिससे मैच सिर्फ तीन दिन में समाप्त हुआ। टीम ने 2‑150, 1‑185 और 2‑140 जैसे पारिवारिक स्कोर लगाए—जो उनके तेज़ और भरोसेमंद बॉलिंग प्रदर्शन को दर्शाते हैं। इस मैच में कुल 27 विकेट गिरे, जिसमें तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने 5‑45 की शानदार पारी दर्ज की। बल्लेबाज़ी में रोहित शर्मा ने 96 रन बनाए, जबकि शुबमन गिल ने 84* से टीम को स्थिर किया। इस जीत से भारत को 12 अतिरिक्त अंक मिले, जिससे उनका कुल 40 अंक हो गया।
वर्तमान तालिका दर्शाती है कि ऑस्ट्रेलिया 3‑0 जीत के साथ 100 % प्रतिशत पर है, जबकि श्रीलंका एक‑जीत‑एक‑ड्रा के साथ 66.67 % पर दूसरा स्थान रखता है। भारत अब तीसरे स्थान पर 55.56 % के साथ दो अंक दूर है। इंग्लैंड 43.33 % पर चौथा, बांग्लादेश 16.67 % पर पाँचवाँ, और वेस्ट इंडीज 0 % पर सबसे नीचे है। नए सीजन में अभी तक नईज़ीलैंड, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका ने कोई भी मैच नहीं खेला है, इसलिए उनके अंक शून्य पर हैं। इस स्थिति में हर मैच का असर बड़ा है, विशेषकर आगामी विदेश सीरीज़ जहाँ औसत ओवर रेट पेनल्टी टीमों के प्रतिशत को बदल सकती है।
अगले दो महीनों में भारत को इंग्लैंड में सफ़ेद जर्सी के साथ खेलना है, जहाँ उन्हें पिच‑सहायक परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। यदि वे जीत हासिल कर लेते हैं तो उनकी प्रतिशत 66 % से ऊपर जा सकती है, जिससे ऑस्ट्रेलिया के साथ शीर्ष दो में जगह पक्की हो जाएगी। दूसरी ओर, शाज़ीब खान के कप्तानिया में पाकिस्तान की शुरुआती सीरीज़ अभी शुरू नहीं हुई है, इसलिए उनका प्रदर्शन इस टेबल को और भी गतिशील बना देगा। लर्ड्स का फाइनल, जो 2027 के जून में होने वाला है, केवल क्रीड़ा का नतीजा नहीं—यह प्रत्येक राष्ट्र की टेस्ट क्रिकेट में दीर्घकालिक प्रतिबद्धता का प्रतीक होगा।
क्रिकेट विशेषज्ञ सुरेश रैना ने कहा, "शुबमन गिल की कप्तानी ने टीम को नई दिशा दी है, और इस जीत से उनका आत्मविश्वास वाक़ई में बढ़ा है।" वहीँ बल्लेबाज़ी विशेषज्ञ राहुल दत्त ने कहा, "रोहित की तेज़ गति का अब तक पूरा फायदा नहीं उठाया गया है, लेकिन इस सीज़न में उनका फॉर्म स्थिर रहने की संभावना है।" अधिकांश विशेषज्ञ इस बात पर सहमत हैं कि अगर भारत घरेलू लाभ को बना रखता है और विदेश में रियल एस्टेट जैसे इंग्लैंड में टीम के प्रदर्शन को बेहतर बनाता है, तो वे ऑस्ट्रेलिया के साथ शीर्ष दो में जगह पक्की कर सकते हैं। हालांकि, ओवर‑रेट जुर्माना और संभावित मौसम‑भारी पिच जैसी अनिश्चितताएँ भी टेबल को उलट-पलट कर सकती हैं।
एह्मदाबाद में भारत ने 12 अंक अर्जित किए, जिससे उनकी कुल 40 अंक हो गई और पॉइंट्स प्रतिशत 55.56 % तक पहुँच गई। यह जीत उन्हें तालिका में तीसरे स्थान पर रखती है।
वेस्ट इंडीज ने अब तक चार टेस्ट खेले हैं और सभी हार गए हैं, इसलिए उनका PCT 0 % है और वे तालिका के नीचे बैठे हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने अब तक तीन टेस्ट पूरे किए हैं, सभी में जीत हासिल की है, जिससे उनका पॉइंट्स प्रतिशत 100 % है और वे तालिका में प्रथम स्थान पर हैं।
भारत को अगले महीने इंग्लैंड के खिलाफ विदेश सीरीज़ खेलनी है, जो उनके शीर्ष दो में जगह बनाने के लिए महत्वपूर्ण होगी। साथ ही, शाज़ीब खान की कप्तानी वाली पाकिस्तान की शुरुआती सीरीज़ भी तालिका को प्रभावित करेगी।
2027 के जून में लंदन के लॉर्ड्स में आयोजित फ़ाइनल में केवल शीर्ष दो टीमें भाग लेंगी। टेबल में शीर्ष दो जगह पाने के लिये टीमों को दोनों – घरेलू और विदेश सीरीज़ में लगातार जीत बनाये रखनी होगी।
Varun Dang
5 अक्तूबर, 2025 . 05:56 पूर्वाह्न
वाह भाई, भारत ने वेस्ट इंडीज को धूल चटा दी!
शुबमन गिल की कप्तानी में टीम ने तीन दिन में मैच खत्म कर दिया, और 40 अंक जोड़कर टेबल में टॉप तीन में पहुँच गई।
ये जीत सिर्फ़ एक स्कोर नहीं, बल्कि टीम की आत्मविश्वास की नई सीढ़ी है।
अगर इस मोटीवेशन को अगले सीजन में भी रखेंगे तो ऑस्ट्रेलिया को भी धकेल सकते हैं।
अब इंग्लैंड के खिलाफ़ का सामना करने का समय है, पिच‑फ्रेंडली स्थितियों में हमें और भी अच्छा खेलना होगा।
चलो, टीम को और इसी रूप में आगे बढ़ते देखना है!
Stavya Sharma
5 अक्तूबर, 2025 . 07:20 पूर्वाह्न
वर्तमान अंक तालिका को देखते हुए, भारत की स्थिति केवल एक अस्थायी लाभ प्रतीत होती है।
वेस्ट इंडीज पर हुई जीत ने मात्र 12 अंक ही जोड़ें हैं, परंतु शीर्ष दो में पहुँचने के लिये अतिरिक्त शर्तें हैं।
आगामी विदेश सीरीज़ में ओवर‑रेट पेनल्टी और मौसम‑परिवर्तन कारक असुरक्षितता पेंदा सकते हैं।
इसलिए केवल एक जीत से कुल परिणाम को अनुमानित नहीं किया जा सकता।
टीम को निरंतर रणनीतिक सुधार की आवश्यकता है।
chaitra makam
5 अक्तूबर, 2025 . 08:26 पूर्वाह्न
भारत ने बहुत अच्छा किया।
Adrish Sinha
5 अक्तूबर, 2025 . 09:50 पूर्वाह्न
शुबमन गिल को बधाई, उनकी कप्तानी ने टीम को नई दिशा दी है।
रोहित शर्मा का फॉर्म भी स्थिर है, अगले मैच में और बड़े स्कोर बनाने की उम्मीद है।
अगर हम इस ऊर्जा को बनाए रखें तो शीर्ष दो में जगह पक्का होगी।
Arun kumar Chinnadhurai
5 अक्तूबर, 2025 . 11:13 पूर्वाह्न
सही कहा, लेकिन याद रखें कि आँकड़ों के पीछे कई कारक छिपे होते हैं।
अहमदाबाद की पिच तेज़ बॉलिंग को सपोर्ट करती है, जिससे बुमराह जैसे स्पिनर को फायदा मिलता है।
यदि अगली बार इंग्लैंड की उलझी हुई पिच पर खेलते हैं तो बैटिंग लाइन‑अप को थोड़ा समायोजित करना पड़ेगा।
इसलिए टीम को अब तक के प्रदर्शन को एक बेंचमार्क मानकर, आगे की रणनीति में लचीलापन रखना चाहिए।
इस तरह हम जोखिम को कम कर कर पॉइंट्स को स्थिर रख सकते हैं।
Aayush Sarda
5 अक्तूबर, 2025 . 12:36 अपराह्न
देश की शान को बढ़ाने वाला यह जीत हमारा गौरव है, वेस्ट इंडीज जैसे प्रतिद्वंद्वी को हराकर हमें आत्म‑विश्वास मिला।
हमारा क्रिकेट इतिहास ऐसे ही क्षणों से ही बना है, जहाँ हम दबाव में भी जीत हासिल करते हैं।
अब समय है इस ऊर्जा को विदेश सीरीज़ में भी ले जाने का, ताकि ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ सकें।
हम अपने खिलाड़ियों की मेहनत और निष्ठा को सराहते हैं, जो इस जीत में स्पष्ट दिखी।
आगे भी ऐसे ही दृढ़ता से खेलें, देश की जीत हमारी प्राथमिकता है।
Mohit Gupta
5 अक्तूबर, 2025 . 14:00 अपराह्न
यार क्या दंग रह गया मैं!! वेस्ट इंडीज को तीन दिन में ध्वस्त कर दिया!
गिल की कप्तानी में टीम ने जैसे जंगली बीभत्स बाघ की तरह मार डाला!!
बुमराह के 5‑विकट ने तो दिल जीत लिया!!
अब हमें इंग्लैंड की पिच पर भी ऐसा ही डांस देखना है!!
चलो टीम, बूस्टेड मोड ऑन!!
Amit Agnihotri
5 अक्तूबर, 2025 . 15:23 अपराह्न
एक जीत से टेबल का झकास नहीं बदलता, असली खेल तो निरंतर जीत में है।
टीम को सतत प्रदर्शन पर ध्यान देना चाहिए, नहीं तो यह उछाल क्षणिक रहेगा।
rama cs
5 अक्तूबर, 2025 . 16:46 अपराह्न
आज का परिदृश्य एक जटिल एन्क्रिप्टेड मैट्रिक्स जैसा है, जहाँ अंक प्रणाली और ओवर‑रेट पेनल्टी का इंटरेक्शन महत्वपूर्ण है।
भारत ने 12 अतिरिक्त अंक अर्जित किए, परन्तु यह केवल एक एट्रिब्यूट है, कुल क्लस्टर पर प्रभाव को क्वांटिफाई करना आवश्यक है।
विभिन्न सीरीज़ की वैरिएबल परफॉर्मेंस को मॉडल किया जाना चाहिए, ताकि प्रडिक्टिव एनालिसिस सटीक हो सके।
इस दिशा में डेटा‑ड्रिवेन अप्रोच अपनाने से टीम को स्ट्रैटेजिक एडवांटेज मिलेगा।
संक्षेप में, केवल जीत नहीं, बल्कि डेटा‑आधारित प्लानिंग ही भविष्य की सफलता की कुंजी है।
Monika Kühn
5 अक्तूबर, 2025 . 18:10 अपराह्न
ओह, तो अब हमें सबको अल्गोरिद्म्स के साथ सॉल्व करना है!
क्रिकेट में एंट्रोपी कम करने के लिए गणितीय मॉडल बनाओ, फिर देखते हैं कौन जीतता है।
वैसा ही तो बड़े खिलाड़ी भी कहते हैं – "डेटा ही भगवान है।"
Surya Prakash
5 अक्तूबर, 2025 . 19:33 अपराह्न
जितना हम इस जीत की तारीफ करेंगे, उतना ही हमें अगली श्रृंखला में मेहनत करनी होगी।
नहीं तो शाब्दिक जीत भी फैंटेसी बनकर रह जाएगी।
Sandeep KNS
5 अक्तूबर, 2025 . 20:56 अपराह्न
वास्तव में यह जीत केवल सांख्यिकीय रूप से ही उल्लेखनीय है, खेल की कला में नहीं।
आशा है कि भविष्य में हम अधिक "एलिट" परफॉर्मेंस दर्शाएँगे।
Mayur Sutar
5 अक्तूबर, 2025 . 22:20 अपराह्न
भारत की इस जीत ने हमें हमारे क्रिकेट की सांस्कृतिक विरासत की याद दिला दी है।
शुबमन गिल ने दिखाया कि नेतृत्व केवल रणनीति नहीं, बल्कि टीम भावना भी है।
अब जब हम आगे की सीरीज़ की तैयारी कर रहे हैं, तो हमें अपने लीग के मूल्यों को सम्मान देना चाहिए।
पिच के विविध परिस्थितियों में अनुकूलन की क्षमता ही हमारी असली ताकत है।
चलिए, इस सकारात्मक ऊर्जा को पूरे देश में फैलाएँ और आगे भी ऐसा ही उत्साह बनाए रखें।
Nancy Ortiz
5 अक्तूबर, 2025 . 23:43 अपराह्न
अगर हम इस जीत को "साइबर‑स्टण" कहें तो खुद को हाई‑टेक बनाते हैं।
लेकिन असली मुद्दा तो यह है कि बॉलिंग यूनिट ने कितनी इफिशिएंसी दिखायी।
अब अगली बार हमें "डेटा‑ड्रिवेन" डिस्प्ले पर भी फोकस करना चाहिए।
Ashish Saroj( A.S )
6 अक्तूबर, 2025 . 01:06 पूर्वाह्न
बहुसंख्यक लोग इस जीत को बड़ी उपलब्धि मानते हैं; परन्तु मैं कहूँगा कि यह केवल एक छोटा कदम है-
वास्तव में हमें लंबे समय की निरंतरता देखनी चाहिए।
यदि अगली सीरीज़ में हमारी बॅटिंग लाइन‑अप लगातार प्रदर्शन नहीं करती, तो यह अंक तालिका में उछाल सिर्फ़ एक हवा का झोंका रहेगा।
इसलिए टीम को रणनीतिक स्थिरता पर काम करना चाहिए।
Ayan Kumar
6 अक्तूबर, 2025 . 02:30 पूर्वाह्न
भाई लोग, देखो तो सही-वेस्ट इंडीज को धूल चटा दिया, और बुमराह ने पाँच विकेट ले लिए!
अब जब हम इंग्लैंड की पिच पर जाएंगे, तो हमें अपनी ड्रामा क्वीन की तरह खेलना होगा!
लेकिन याद रखो, असली ड्रामा तो मैदान के अंदर ही होता है, बाहर नहीं।
Nitin Jadvav
6 अक्तूबर, 2025 . 03:53 पूर्वाह्न
हाहाह, ड्रामा क्वीन का क्या मतलब है?
अगर टीम को भरोसा है तो बस दिल से खेलो, पिच की लकीरें भी आपके साथ होंगी।
वैसे, कोचिंग साइड से देखूँ तो हमें फील्डिंग पर भी थोड़ा और फोकस चाहिए।
sumi vinay
6 अक्तूबर, 2025 . 05:16 पूर्वाह्न
हमें इस जीत के साथ ही ऊर्जा का एक नया लेवल मिल गया है!
गिल की कप्तानी में टीम ने दिखाया कि जब दिल में जोश हो तो कोई भी पिच आसान हो जाती है।
अब हमें इंग्लैंड में भी वही जोश लेकर जाना है, तब हम टेबल के टॉप पर चढ़ पाएँगे।
चलो, सब मिलकर टीम को सपोर्ट करे और जीत की धुन गाए!
Anjali Das
6 अक्तूबर, 2025 . 06:40 पूर्वाह्न
भारत की जीत को देखना गर्व का एहसास है, लेकिन हमें अब भी सुधार की जरूरत है।
पिच के अनुसार रणनीति बनानी चाहिए, नहीं तो आगे की सीज़न में पीछे रहेंगे।
हमें हर मैच को जीत के लक्ष्य से देखना होगा।
Dipti Namjoshi
6 अक्तूबर, 2025 . 08:03 पूर्वाह्न
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का मंच हमेशा से ही राष्ट्रों की आत्मा और क्रिकेट की गहरी समझ को दर्शाता आया है।
भारत ने वेस्ट इंडीज पर जो जीत हासिल की, वह केवल अंक तालिका में उछाल नहीं बल्कि मनोवैज्ञानिक लाभ भी है।
शुबमन गिल की कप्तानी शैली में परिपक्वता और रणनीतिक सोच स्पष्ट दिखती है, जिससे खिलाड़ियों में विश्वास का संचार होता है।
बुमराह की पांच विकेट की पारी यह सिद्ध करती है कि तेज़ बॉलिंग और स्पिन का संतुलन टीम की शक्ति का मूल है।
रोहित शर्मा का 96 रन, यदि देखी जाए तो यह बताता है कि उनका फॉर्म अभी भी स्थिर है, लेकिन आगे के बड़े इनिंग्स की आवश्यकता है।
अब तालिका में तीसरे स्थान पर भारत की स्थिति एक महत्वपूर्ण मोड़ है-अगले दो महीने की विदेश सीरीज़ इसे तय कर सकती है।
इंग्लैंड में पिचों की विविधता, मौसम की अनिश्चितता, और ओवर‑रेट पेनल्टी की संभावनाएं सभी कारक हैं जो इस यात्रा को चुनौतीपूर्ण बनाते हैं।
किन्तु यदि टीम घरेलू लाभ को जारी रखे और विदेश की परिस्थितियों में अनुकूलन दिखाए, तो शीर्ष दो में स्थान पक्की हो सकेगी।
यह केवल खेल नहीं, बल्कि राष्ट्रीय गौरव और क्रिकेट की सामाजिक भूमिका का प्रतीक भी है।
इस जीत ने युवा पीढ़ी को प्रेरित किया है, जो अब भविष्य के सितारों को तैयार करने में मदद करेगी।
साथ ही, प्रशंसकों की उत्सुकता और समर्थन भी बढ़ा है, जिससे राष्ट्रीय एकता की भावना मजबूत होती है।
लेकिन हमें यह भी समझना चाहिए कि कोई भी एकल जीत हमें स्थायी सफलता नहीं दिच सकती; निरंतरता ही असली कुंजी है।
नियोजन में डेटा‑ड्रिवेन विश्लेषण, फिटनेस मॉड्यूल, और मनोवैज्ञानिक समर्थन को समावेश करना चाहिए।
केवल तकनीकी कौशल ही नहीं, बल्कि टीम के भीतर सामंजस्य और आध्यात्मिक स्थिरता भी महत्वपूर्ण है।
इस प्रकार, यदि भारत इस संतुलित दृष्टिकोण को अपनाए, तो हम न केवल टेबल में आगे बढ़ेंगे, बल्कि विश्व टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अपना स्थायी स्थान बनाएँगे।